शिक्षा सुधार में- मन-मस्तिष्क संबंधी शिक्षा की आवश्यकता

     
           🌷 *शिक्षा सुधार में- मन-मस्तिष्क संबंधी शिक्षा की आवश्यकता*🌷
   
           ✍जिस तरह अच्छा ख़िलाड़ी बनने/बनाने के लिए स्वस्थ,सबल शरीर, व्यायाम, प्रशिक्षण के साथ- साथ सुविधा, प्रोत्साहन और खेल नियमो की जानकारी तथा मन लगाकर प्रशिक्षण देने हेतु कोच के लिए पर्याप्त आर्थिक पैकेज जरूरी है।क्योंकि किसी बच्चे के जन्मजात शारीरिक स्थिति में सुधार किए बिना अच्छा खिलाड़ी बनना/बनाना अत्यंत कठिन है।
            ठीक उसी तरह अच्छे बुद्धिमान विद्यार्थी बनने/बनाने के लिए स्वस्थ, सबल मन-मस्तिष्क, के साथ-साथ मानसिक व्यायाम, मस्तिष्क क्षमता विकास प्रशिक्षण, पढ़ाई लिखाई के लिए आवश्यक सुविधा-संसाधन के साथ प्रोत्साहन और पढ़ने लिखने के नियमो की जानकारी तथा मन लगाकर शिक्षा देने के लिए  शिक्षक को पर्याप्त वेतन देना आवश्यक है। इसके बिना विद्यार्थी का शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर पाना/ ठीक तरह से सफल हो पाना तथा शिक्षा में गुणवत्ता आ पाना अत्यंत कठिन ह
            कुछ प्रतिशत जन्मजात प्रतिभावान बच्चे तो सामान्य परिस्थिति में भी सफल हो जाते हैं। लेकिन अधिकांश करोड़ों विद्यार्थियों के शिक्षा के क्षेत्र में सफल होने के लिए, शिक्षा में वास्तविक गुणवत्ता के लिए इन नियमो(बातों) का उपयोग अत्यंत आवश्यक है।
            वर्तमान शिक्षा पद्धति में हम विद्यार्थियों को स्कूल में भर्ती करने के पश्चात, खासकर सरकारी स्कूल में भर्ती करने के पश्चात उनके जन्मजात मानसिक स्थिति/मस्तिष्क के सहारे बिना किसी विशेष पूर्व तैयारी के सीधे पढ़ाई के मैदान में उतार देते हैं, शिक्षा देना प्रारंभ कर देते हैं।उनके मन- मस्तिष्क क्षमता विकास के बारे में कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जाता।
             इसीलिए अधिकांश विद्यार्थियों खासकर सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को पढ़ने लिखने में काफी कठिनाई महसूस होती है। और वे शिक्षा के क्षेत्र में कुछ खास उपलब्धि हासिल नहीं कर पाते। *जिसका पूरा दोष सिर्फ शिक्षकों को दिया जाता है।* वर्तमान शिक्षा पद्धति के इस वास्तविक समस्या और उसके समाधान की ओर ध्यान देने की फुर्सत दोषारोपण करने वालों में से किसी को नहीं है।
    शिक्षा में गुणवत्ता संबंधी समस्या के सुधार के लिए-
             उपर्युक्त नियमानुसार स्कूल में पढ़ाई करवाने के साथ एक खिलाड़ी को खेल के पूर्व दिए जाने वाले शिक्षा, प्रशिक्षण की तरह विद्यार्थियों को मन मस्तिष्क की क्षमता विकास संबंधी शिक्षा/ प्रशिक्षण दिया जाना आवश्यक है। तभी शिक्षा में वास्तविक  गुणवत्ता उपलब्ध किया जा सकता है। देश राज्य को शिक्षा का प्रमुख/महत्वपूर्ण केंद्र बनाया जा सकता है।
                                                   
                      🌷 धन्यवाद 🌷
            

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